नमी भरी आंखों से मां ने कहा-" ठीक है बेटा जाओ, अच्छे से रहना !पैसे वैसे हैं...... मां ने अपने थैले से ₹500 निकालकर मेरे हाथ में थमा दिए। और उसके बाद मैं अपनी मां का पैर छुआ और प्रणाम किया। और पिताजी मुझे बाइक में बैठा कर बस स्टेशन लेते चले गए। मैंने पापा को प्रणाम किया और मुझे बस पकड़ा कर वहां से चले गए। बस....बस स्टेशन से 15 मिनट बाद निकली। बस की सीटें पूरी तरह से फुल थी। मैं बस के सबसे पीछे वाली सीट पर बैठा था ,खिड़की के बगल। बस का सफर मेरे लिए करीबन 2 घंटे का था।
बस चलना शुरू हुई। अगले बस स्टॉप में मेरे बगल मैं बैठे एक बुजुर्ग आदमी उतर जाता है वह सीट खाली हो जाती है। कुछ देर बाद एक चौराहा आता है और वहां एक लड़की चढ़ती है। मेरी ही उम्र की होगी ,करीब 16 सत्र साल की। बस में एक ही सीट खाली थी, वह था मेरा बगल वाला। वह मेरे सीट के बगल में बैठ जाती है । मेरा मन आज पहले से ही उदास था ।उस लड़की को अपने बगल बैठे देख ,मैंने उनसे बात करना चाहा। मैंने बात छेड़ी ,जो सब छोड़ते हैं। आप कहां जा रहे हैं?
लड़की ने -"नो थैंक्स कहा।
मैं समझ गया कि वह मुझसे बात नहीं करना चाहती है। मुझे ......अंदर से फील हुआ की इज्जत का फालूदा हो गया। मैंने मन ही मन में कहा-" अरे भाई कोई पूछे कहां जा रही हो? तो कौन कहता है नो थैंक्स!
मैंने दो बार गर्दन को नीचे ऊपर किया और चुपचाप बैठ कर खिड़की के बाहर देखने लगा ।
कुछ देर बाद.......
मैंने फिर बात करने की कोशिश की। मेरे पास एक डेरी मिल्क था ,जो मेरी बहन ने दी थी। मैंने सोचा... चलो यार लड़कियों को चॉकलेट बहुत पसंद होती है। मैंने उससे पूछा -"चॉकलेट खाएगा?
उसने फिर वही जवाब दिया -"नो थैंक्स। मैं मन ही मन समझ गया था कि लड़की घमंडी है। वरना कौन कहता है-" नो थैंक्स? यार अगर नहीं खाना था तो कह देती मुझे नहीं खाना है या कुछ भी बहाना कर देती।
उसके बाद मैंने सोचा अब तो मैं बात ही नहीं करूंगा। और फिर मैं खिड़की के बाहर नजरे झुकाए चलते पेड़- पौधे को देखने लगा।
सफर खत्म होने में अभी भी एक घंटा बाकी था।
अचानक वह लड़की मुझे उंगली से टच करके कहती है -"सुनो। मेरी फोन की बैटरी डेड हो गई और मुझे एक अर्जेंट कॉल करना है। क्या मुझे आपका फोन मिल सकता है।
मैं अंदर ही अंदर खुश हुआ। मैंने मन ही मन में कहा -"मैं भी अपना एटीट्यूड दिखाते हुए नो थैंक्स बोलूं क्या?
लड़की ने फिर कहा -"प्लीज एक कॉल करना है, फोन दीजिए ना।
इससे पहले मैं कुछ कह पाता कि मेरे ऊपर वाली पैकेट से वह खुद ही फोन निकाल ली। और कॉल करने लगी। मैंने भारी आवाज में कहा-"कितनी बदतमीज हो तुम? बिना पूछे आप मेरा फोन कैसे ले लिए?
वह मेरी बातों का कोई जवाब नहीं दे रही थी और कॉल किए जा रही थी। कॉल लगा,,,, मैं कुछ देर के लिए चुप हो गया।
लड़की ने कॉल में कहा -"भैया कहां हैं आप? आधे घंटे में मैं बस स्टेशन पहुंच जाऊंगी ।लेने आ जाइएगा। इतना कहकर लड़की ने फोन रख दिया ।और वह मुझे फोन दे दी और कहा-" इतना गुस्सा क्यों कर रहे हैं बस एक कॉल ही तो किया है ,कौन सा बड़ा अपराध कर दिया है?
अपराध!!! मैंने गुस्से में कहा -"एक तो आप मुझसे बिना पूछे मेरा फोन ले लिया और आप कह रहे हैं कौन सा बड़ा अपराध कर दिया !कैसी लड़की है आप?
उसने कुछ सोचा और फिर मासूमियत भरी नजरों से कहा-"ओके बाबा सॉरी ,माफ कर दो।
मैंने भी कुछ देर बाद गुस्सा ठंडा करते हुए कहा-" इट्स ओके।
फिर उसके बाद मैंने बात छेड़ी -जब मैंने पूछा कहां जा रही हैं तो बताया नहीं? चॉकलेट खाने के बारे में पूछा तो भी बताया नहीं?
लड़की ने हंसकर कहा-"मैं दुर्गापुर स्टेशन जा रही हूं। स्टेशन से कुछ दूरी पर ही मेरा घर है।
औ...…......
सफर खत्म होने वाली थी। मैंने पूछ लिया तुम्हारा नाम क्या है?
उसने कहा -"आरती और आपका?
बादल...।
मैंने धीरे आवाज में कहा -"मुझे आपका फोन नंबर मिलेगा।
लड़की ने फिर सवाल दाग दिया -क्यों?
मैं क्या कहता हूं उस समय। मैंने कहा- यूं ही।
फिर कुछ देर सोच कर उसने मुझे अपना नंबर दे दिया।
मैंने नंबर नोट किया।
अब तक सफर खत्म हो चुकी थी। लड़की बस स्टेशन में उतर गई। और मैं वही अकेला बैठा रह गया। कुछ देर बाद मैं भी उतर गया और वहां से टेंपो लेकर हॉस्टल चला गया।.......